- दो दिन पहले पकड़ाए ट्रक में मिले थे ऐतिहासिक दस्तावेज, जांच करने पहुंची टीम तो हैरान रह गई
- पकड़े गए ट्रक से मिले बक्सों को खोलते ही विशेषज्ञों के हाथ लगे महत्वपूर्ण दस्तावेज।
भोपाल - एम पी नगर के क्राइम ब्रांच द्वारा मंगलवार को पकड़े गए ट्रक में जो ऐतिहासिक दस्तावेज मिले हैं, वे बेहद ही महत्वपूर्ण हैं। यह बात पुरातत्वविदो्ं द्वारा की गई जांच में सामने आई है। क्राइम ब्रांच की गुजारिश पर गुरुवार को जब पुरातत्वविद् और इतिहास के जानकार पहुंचे तो ब्रिटिश और नवाबी शासन काल से जुड़े दस्तावेज व अन्य सामग्री की पड़ताल की। इसी दौरान उन्हें 20 से ज्यादा कोरे लेटरहेड ऐसे मिले हैं, जो नवाब हमीदुल्ला खां के थे।
इन दस्तावेजों में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन से जुड़े कुछ कागज हैं तो पॉलिटिकल डिपार्टमेंट के पत्राचार की एक सीरिज भी है। यह कई वर्षों से गायब थी। भोपाल रियासत पर शोध करने वाले शोधार्थियों को इसकी तलाश थी। भोपाल रियासत की 1858, 1885 एवं 1912 के राजनीतिक, प्रशासनिक, सैन्य प्रबंध से जुड़ी कई फाइलें भी हाथ लगी हैं।
लंदन की एक कंपनी से 1928 में शुगर मिल खोलने के पत्राचार के भी कागज मिले हैं। इसमें कहा गया है कि मिल खोलने के लिए 3000 एकड़ भूमि की जरूरत होगी। इसके अलावा कोयला भी भोपाल रियासत को उपलब्ध कराना होगा। वहीं, एक दस्तावेज में उल्लेख है कि वर्ष 1928 में भोपाल में पेट्रोल 1 रुपए 11 पैसे में 5 लीटर मिलता था।
नवाब के तीन कोट भी
नवाब हमीदुल्ला 1945 में जब एयर चीफ मार्शल बने थे, उस कालखंड के तीन कोट मिले हैं। इनमें भोपाल रियासत, भोपाल वायुसेना के चिन्ह वाले बटन आदि लगे हैं। ये सामग्री भोपाल के नवाब परिवार की फातिमा सुल्तान से अहमदाबाद के भाविक बारोट और विपुल मेहता ने एक लाख रुपए में खरीदी थी।
एंटीक्विटीज एक्ट
परीक्षण के बाद मिली रिपोर्ट के आधार पर पुलिस एंटीक्विटीज एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी। बेग की मानें तो बिना लाइसेंस और सक्षम प्राधिकारी से अनुमति के बिना ऐसे दस्तावेज बेचना-खरीदना अपराध की श्रेणी में आता है।